ना छुरी रखता हुं ना पिस्तौल रखता हुं
राजपुरोहित का बेटा हुं दिल में जिगर रखता हुं इरादों मे तेज़ धार रखता हुं इस लिए हंमेशा अकेला ही निकलता हूँ।
अरे मिट गये " राजपुरोहित " को मिटाने वाले क्योकि आग मे
तपती " राजपुरोहित " की जवानी है
ये आवाज नही शेर कि दहाड़ है हम खडे हो जाये
तो पहाड़
है
हम इतिहास के वो सुनहरे पन्ने है
जो भगवान ने ही चुने है….दिलदार औऱ दमदार
है" " राजपुरोहित "
सच्चे प्यार पर कुरबान है
"" " राजपुरोहित """
यारी करे तो यारो के यार है
"" " " राजपुरोहित "
औऱ दुशमन के लिये तुफान है
"" " " राजपुरोहित "
तभी तो दुनिया कहती है बाप रे खतरनाक है
"" " राजपुरोहित """"
शेरो के पुत्र शेर ही ज़ाने जाते हैं, लाखो के
बीच. " राजपुरोहित "
पहचाने जाते हैं।।
मौत देख कर किसी क़े पिछे छुपते नही ,
हम" राजपुरोहित " ,मरने से क़भी डरते नही। हम
अपने आप पर ग़र्व
क़रते हैं, दुशमनों को काटने का जीगरा हम रखते हैं ,
कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ,तो भी कोई
बात नहीं...
वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं,
बाँट दिया करते हैं।
जरुरात पड़ा तो चाणक्य और चंद्रशेखर आज़ाद है हम राजपुरोहित हिंदुत्व की पहचान है हम भी इस भारत की शान है