श्री ब्रह्माजी का मंदिर एवं राजपुरोहित समाज विकास न्यास
(Ourrjpurohitsamaj.blogspot.com)
श्री खेतेश्वर ब्रह्माधाम तीर्थ , आसोतराजिला बाड़मेर (राजस्थान)
राजपुरोहित समाज महाअधिवेशन
राजपुरोहित समाज महाअधिवेशन
(दिनांक 11 व 12 फरवरी 2018)
श्री ब्रह्मधाम आसोतरा पर राजपुरोहित समाज क के अनत श्री विभूषित ब्रह्माषि ब्रह्माचार्य ब्रह्मा सावित्री सिद्ध पीठाधीश्वर सद्गुरूदेव तुलछारामजी महाराज गादीपति श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ आसोतरा एवं अध्यक्ष श्री ब्रह्माजी का मंदिर एवं राजपुरोहित समाज विकास न्यास आसोतरा , महामंडलेश्वर पूज्यश्री निर्मलदासजी महाराजब्रह्मचारी पूज्यश्री शंकरस्वरूपजी महाराज पूज्यश्री सत्यानंदजी महाराज गादीपति रविधाम , पूज्यश्री बालकदासजी महाराज पूज्य श्री संत चेतनानंदजी सरस्वती डंडाली, पूज्य वेदान्ताचार्य डॉ. ध्यानारामजी महाराज , पूज्य श्री परशानन्दजी महाराज जोड़मठ , दण्डीस्वामी पूज्य श्री देवानन्दजी सरस्वती कालिन्द्री ,आदि संतजनों
के पावन सानिध्य में समाज के प्रबुद्धजनएवं ग्रामवार चयनित प्रतिनिधि सदस्यों की उपस्थिति में गहन चिन्तन , मनन, एव विचार के उपरात समाज हित में सर्वसहमति से निम्नानुसार निर्णय लिये गये जो कि इस प्रकार है।
(1) नशामुक्ति समाज के किसी भी कार्यक्रम , समारोहएवं सभा में जाजम पर या अलग से कमरे आदि में जाकर अफीम , डोडा का सेवन करना पूर्णतया प्रतिबन्धित रहेगा ।
(2) मृत्युभोज
(1) समाज में 12 /24 खेड़ा या अन्य किसी नाम से न्यात नहीं की जायगी । साथ ही जीवित न्यात का आयोजन नहीं किया जायेगा ।
(2) समाज में 12 दिन तक डांगड़ी रात से पूर्व केवल सादा भोजन ही होगा।
किसी भी प्रकार की मिठाई का प्रयोग नहीं किया जाय ।
(3) समाज में 12वे दिन गंगाप्रसादी पर सादा भोजन बनाया जायेगा ।
लेकिन यदि मिठाई बनाई जाती है तो केवल एक ही मिठाई बनायी जाय।
(2) समाज में 12 दिन तक डांगड़ी रात से पूर्व केवल सादा भोजन ही होगा।
किसी भी प्रकार की मिठाई का प्रयोग नहीं किया जाय ।
(3) समाज में 12वे दिन गंगाप्रसादी पर सादा भोजन बनाया जायेगा ।
लेकिन यदि मिठाई बनाई जाती है तो केवल एक ही मिठाई बनायी जाय।
3 .सगाई समारोह संबंधित नियम
(1) सगाई दस्तुरी में सादा नारियल व ग्यारह रूपये दिये जायेंगे ।
एवं हाथ में अधिकतम् 1100/- तक ही दिये जा सकेंगे ।
(2) थाळ एवं किसी प्रकार की ओढोमणी व वेष आदि नहीं कियेंगे ।
(3) सगाई के बाद मीठी कोतळी आदि । का प्रचलन बंद किया जाता है ।
(4) शादी समारोह 1बरात में अधिकतम 200 बराती ही लेजाए जाएंगे ।
(5) दहेज किसी भी रूप में दिखावा, आडंबर के रूप प्रदर्शित नहीं किया जाय
(5) दहेज आदि के रूप में थाली में अधिकतम् ग्यारह हजार रूपये तक की ही राशि ही रखी जाय।
(6) बरातियों को जवारी निमित्त 11 रूपये का लिफाफा दिया जाएगा वो भी स्वजाति और उपस्थित बरातियों को ही दिया जाय अन्य कोई उपहार नहीं दिया जाएगा।
(7) पड़ले में 11 थाळ से अधिक नहीं किये जा सकेंगे।
(8) विवाह विच्छ७द,सम्बंधी विवाद अपने समाज के लड़के एवं लड़कियों की शादी के बाद कोई विवाद उत्पन्न होने के कारण एक पक्ष न भेजें या ससुराल पक्ष वाले न ले जावें। ऐसे मामलों के यथोचित समाधान हेतु ब्रह्माधाम आसोतरा ट्रस्ट शीघ्र ही कदम उठाएगा , जिसके तहत पहले गांव स्तर पर समझाइश के प्रयास किये जाएंगे एवं साथ ही आसोतरा धाम पर न्यास के निर्देशन में एक केन्द्रीय समिति का गठन किया जाएगा जिसमें ऐसे विवादों के समाधान के प्रयास किये जाएंगे। कमेटी में ।
महिला प्रतिनिधियों को यथायोग्य स्थान दिया जाएगा। इन कमेटियों के माध्यम से वैवाहिक विवादों
के समाधान हेतु सामाजिक स्तर पर प्रयास किये जाएंगे। सुलह न होने की स्थिति में गुनाहगार पक्ष के साथ समाज बर्ताव नहीं करेगा ।
(9) राजपुरोहित समाज की हमारी उच्च सांस्कृतिक परम्पराएं मर्यादाएं अनुशासन एवं जो हमारा जीवन दर्शन रहा है। समाज में रहते हुए कोई भी व्यक्ति यदि इन परम्पराओं के विरूद्ध आचरण करता है जिससे हमारी सामाजिक एकता , समरसता , एवं मर्यादाओं को आंच आती है ऐसे व्यक्ति जो समाज की जरूरत नहीं समझता , राजपुरोहित समाज ऐसे कृत्यों की कड़े शब्दों में भत्र्सना करता है और समाज में ऐसे लोगों की कोई जरूरत नहीं है ।
(10) समाज के किसी क्षेत्र , पट्टी , परगनों में पहले से ही सुधार के जो प्रयास किये जा चुके है। जैसे मृत्युभोज में जहां मिष्ठान नशावृति , दहेज दिखावा, ओढोमणियों और भी कुरीतियों बंदकर दी गई है उनके प्रयास सराहनीय है । समाज उनका अनुसरण करने की चेष्टा करेगा।
एवं हाथ में अधिकतम् 1100/- तक ही दिये जा सकेंगे ।
(2) थाळ एवं किसी प्रकार की ओढोमणी व वेष आदि नहीं कियेंगे ।
(3) सगाई के बाद मीठी कोतळी आदि । का प्रचलन बंद किया जाता है ।
(4) शादी समारोह 1बरात में अधिकतम 200 बराती ही लेजाए जाएंगे ।
(5) दहेज किसी भी रूप में दिखावा, आडंबर के रूप प्रदर्शित नहीं किया जाय
(5) दहेज आदि के रूप में थाली में अधिकतम् ग्यारह हजार रूपये तक की ही राशि ही रखी जाय।
(6) बरातियों को जवारी निमित्त 11 रूपये का लिफाफा दिया जाएगा वो भी स्वजाति और उपस्थित बरातियों को ही दिया जाय अन्य कोई उपहार नहीं दिया जाएगा।
(7) पड़ले में 11 थाळ से अधिक नहीं किये जा सकेंगे।
(8) विवाह विच्छ७द,सम्बंधी विवाद अपने समाज के लड़के एवं लड़कियों की शादी के बाद कोई विवाद उत्पन्न होने के कारण एक पक्ष न भेजें या ससुराल पक्ष वाले न ले जावें। ऐसे मामलों के यथोचित समाधान हेतु ब्रह्माधाम आसोतरा ट्रस्ट शीघ्र ही कदम उठाएगा , जिसके तहत पहले गांव स्तर पर समझाइश के प्रयास किये जाएंगे एवं साथ ही आसोतरा धाम पर न्यास के निर्देशन में एक केन्द्रीय समिति का गठन किया जाएगा जिसमें ऐसे विवादों के समाधान के प्रयास किये जाएंगे। कमेटी में ।
महिला प्रतिनिधियों को यथायोग्य स्थान दिया जाएगा। इन कमेटियों के माध्यम से वैवाहिक विवादों
के समाधान हेतु सामाजिक स्तर पर प्रयास किये जाएंगे। सुलह न होने की स्थिति में गुनाहगार पक्ष के साथ समाज बर्ताव नहीं करेगा ।
(9) राजपुरोहित समाज की हमारी उच्च सांस्कृतिक परम्पराएं मर्यादाएं अनुशासन एवं जो हमारा जीवन दर्शन रहा है। समाज में रहते हुए कोई भी व्यक्ति यदि इन परम्पराओं के विरूद्ध आचरण करता है जिससे हमारी सामाजिक एकता , समरसता , एवं मर्यादाओं को आंच आती है ऐसे व्यक्ति जो समाज की जरूरत नहीं समझता , राजपुरोहित समाज ऐसे कृत्यों की कड़े शब्दों में भत्र्सना करता है और समाज में ऐसे लोगों की कोई जरूरत नहीं है ।
(10) समाज के किसी क्षेत्र , पट्टी , परगनों में पहले से ही सुधार के जो प्रयास किये जा चुके है। जैसे मृत्युभोज में जहां मिष्ठान नशावृति , दहेज दिखावा, ओढोमणियों और भी कुरीतियों बंदकर दी गई है उनके प्रयास सराहनीय है । समाज उनका अनुसरण करने की चेष्टा करेगा।
पूज्य श्री गुरूमहाराज एवं संतर्वेदों के सानिध्य में हमारे आराध्य श्री खेतेश्वर भगवान को साक्षी मानते हुए इस महाअधिवेशन में लिए गए निर्णयों की अनुपालना सुनिश्चित हो इसके लिए समाज
के हर आम और खास व्यक्ति का यह परम कर्तव्य बतना है कि इस सुधारों का स्वयं अनुसरण करें
के हर आम और खास व्यक्ति का यह परम कर्तव्य बतना है कि इस सुधारों का स्वयं अनुसरण करें
अध्यक्ष
श्री ब्रह्माजी का मंदिर एवं राजपुरोहित समाज विकास न्यास
श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ , आसोतरा जिला बाड़मेर (राजस्थान)
श्री ब्रह्माजी का मंदिर एवं राजपुरोहित समाज विकास न्यास
श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ , आसोतरा जिला बाड़मेर (राजस्थान)