नशा मुक्त राजपुरोहित समाज

एक के बाद एक गाँव में नशामुक्ति का संकल्प लेना राजपुरोहित समाज के लिए एक नए गौरव के रूप में है।वो भी ऐसे गाँव जो इस चीज (अमल) के गढ़ माने जाते है।
आज फिर ख़ुशी की बात है की  नशामुक्त राजपुरोहित समाज बनाने के लिए आगे आया है।
 राजपुरोहित समाज बंधुओ को मेरा नमन����
की उन्होंने गुरुदेव श्री ध्यानाराम जी महाराज की इस मुहीम के लिए और समाज की आने वाली पीढ़ी के लिए गाँव में कभी भी अमल सेवन न करने का संकल्प लिया।
सभी का बहुत बहुत आभार����
गुरुदेव श्री ध्यानाराम जी ने जो मुहीम छेड़ी है उसका असर अब धीरे धीरे दिखने लगा है।
हमारा राजपुरोहित समाज अगर गुरुदेव श्री ध्यानाराम जी के कहे अनुसार चलता गया तो मुझे ये उम्मीद है की राजपुरोहित समाज हर क्षेत्र में विश्व में एक अलग पहचान बनाएगा।
जो लक्ष्य गुरुदेव ने समाज के लिए सोचे है उसमे से एक
""नशामुक्त राजपुरोहित"" उसका असर तो हमें पिछले कुछ महीनो में दिखने भी लगा है। आगे आगे दूसरे लक्ष्यों का भी दिखेगा।

Previous Post
Next Post
Related Posts