श्री श्री १००८ महाराज श्री खाकीजी महाराज
जन्म - वि.स. १८९७ चैत्र सुदी नम
पिता - श्री हरीरामजी (मूथा) माता - श्रीमती हुलासी बाई
जन्म स्थान - ग्राम पिलोवनी, तहसील-देसुरी, जिला-पाली (राज.)
खाकीजी महाराज का स्थान - मु.पो. - मादलिया, वाया - पीपाड़, जिला - जोधपुर |
विशेष - बाल्यावस्था से ही एकान्तप्रिय व गंभीर रहते थे | शरीर स्वस्थ था परन्तु मन किसी अद्रश्य की तरफ केन्द्रित रहता था | इनकी धुणी के समीप दो नीम के पेड़ जो वर्तमान में भी खड़े है | जिसमे से एक को संत श्री ने कहा तुम ज्यादा मत बढ़ो और एक को कुछ नहीं कहा तो आश्चर्य चकित करने वाली स्थिति में दोनों नीम वर्तमान में भी मौजूद है | क्षेत्रीय लोगो का कहना है कि इस नीम की परिक्रमा करने से मनोकामनाए पूर्ण होती है |
महाप्रयाण का समय भी पहले बताकर नियत स्थान श्राद्धलुओ को दिखा दिया था | उसी के अनुसार वि.सं. २०१७ श्रावण सुदी ग्यारस को ब्रह्रालीन हो गये | वर्तमान में इनके शिष्य शंकरदास जी विराजमान है |